STORYMIRROR

vijay laxmi Bhatt Sharma

Children Stories

3.6  

vijay laxmi Bhatt Sharma

Children Stories

खुश है धरा

खुश है धरा

1 min
168


कुछ तो हुआ है

छँट रहा है धुआँ

खिल रही है वसुंधरा

नाच रहा कण कण

सुकुमार प्रकृति का

गा रही मधुर तराना 

बुलबुल बैठी दूर

पंख फैलाए झूम रहे

पक्षी डाल डाल 

कोमल पत्ते खेल रहे

झुक झुक हिल हिल

चूम रहे पेड़ों के गाल

स्वच्छ हवा झुला रही

लोरी सी सुना रही

मंद मंद मुस्कुरा रही

अब तो आँखे खोलो लाल

प्रदूषण ही करता

हम सबको बेहाल

बिन प्रदूषण के

खुश हैं धरा

आसमान, पेड़ 

पशु पक्षी और

माँ भारती के लाल।



Rate this content
Log in