ख़्वाब बड़े हैं मेरे
ख़्वाब बड़े हैं मेरे
ख़्वाब देखे बड़े हैं मैंने, छोटे से मन भरता नहीं
जीत लेंगे जहां को,मुश्किलों से मैं डरता नहीं।
ताने मारती है दुनिया,खिल्ली भी है उड़ाती
भले ख़ुद बेकार हो वो,हमको ज्ञान सिखाती।
माना थोड़ा समय लगेगा और मेहनत भी
पर इनके बदले पूरी होंगी मेरी चाहत सभी।
मिलेगा वही तुम्हें जो नियति को है मंजूर
पर कर्म से भाग्य को कर सकते मज़बूर।
कोशिश जारी रखूंगा जब तक सपने हैं अधूरे
विश्वास मुझको है होंगे सब एक दिन पूरे।
संतोष अच्छा सबक है ऐसा हमने दुनिया से सुना है
पर ईरादे बड़े हैं मेरे इसलिए मैंने न इसे चुना है।
