कौन है अपना कौन पराया
कौन है अपना कौन पराया
कौन है अपना कौन पराया,
आसानी से कोई जान न पाया।
कौन है अपना कौन पराया,
ये बताता है वक्त,
जो कठिन समय में साथ छोड़ जाए,
वो कहां साथी बन पाया।
कौन है अपना कौन पराया,
ये बताता है दुख,
जो दुख की घड़ी में रुला जाए,
वो तो है बुरा साया।
कौन है अपना कौन पराया,
ये बताती है उम्र,
जो ढलती उम्र में अपनों को सहारा न दे पाए,
वो तो है बस स्वार्थ में डूबी काया।
कौन है अपना कौन पराया
आसानी से कोई जान न पाया।
जान पाते तो क्या बात होती
पर लोग होते हैं कुछ और चेहरे पर कुछ और दिखाया।
कौन है अपना कौन पराया,
आसानी से कोई जान न पाया।
