कौन दिशा से देखो आया रे कोरोनवा (नदिया के पार )
कौन दिशा से देखो आया रे कोरोनवा (नदिया के पार )
कौन दिशा से देखो आया रे कोरोनवा
ठहर ठहर ,बड़ा भयंकर है खबर
जरा सोचन दे ,सोचन दे
कौन दिशा से......
मन ललचाये नैना माने ना टंगरीयां
कहीं गए जो निकल ,कोरोना ढायेगा कहर
ज़रा सोचन दे ,सोचने दे
कौन दिशा से......
पहली बार ऐसा संकट आया देश में, किसी अनजाने के देश से हो
एक दूसरे से संपर्क बढ़ेगा, तो बढ़ जाएगा कोरोना हो
क्वॉरेंटाइन से कहीं भड़क न जाना
न करना किसी को तंग हो , तंग करने से नहीं जाता है बिमरिया
हे ठहर ,ठहर बड़ा भयंकर है खबर
ज़रा सोचन दे , सोचन दे
कौन दिशा से......