जन्मों की क्या धागे एसे भी होते हैं, क्या हर जन्म हम तुमसे मिलने को तरसते है ।। जन्मों की क्या धागे एसे भी होते हैं, क्या हर जन्म हम तुमसे मिलने को तरसते है ...
बंसी बजा दे, सॅंवरिया !! मन को भा ले, सॅंवरिया ! बंसी बजा दे, सॅंवरिया !! मन को भा ले, सॅंवरिया !
हे कन्हैया तू कहलाता है माखन चोर खीेंच लेता है तू सभी को अपनी ओर। हे कन्हैया तू कहलाता है माखन चोर खीेंच लेता है तू सभी को अपनी ओर।