कान्हा मेरे कान्हा मेरे तू है
कान्हा मेरे कान्हा मेरे तू है
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कान्हा मेरे ! कान्हा मेरे ! तू है तो दुनियां कितनी हसीन है ..
जो तू नहीं तो कुछ भी नहीं है ...
तुम हो तो बढ़ जाती है कीमत मौसम की
यह जो तेरी आंखें शबनम सी
यहीं मरना भी है मुझको ,और जीना भी यहीं है ।
धुन। ..महबूब मेरे महबूब मेरे
