जिन्दगी खेल नहीं है
जिन्दगी खेल नहीं है
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जिन्दगी को खेल न समझो
जिन्दगी खेल नहीं है यारों,
पग पग पर अग्नि परीक्षा है
जिन्दगी अंगारों पर चलना है,
कभी शह तो कभी मात है
जिन्दगी शतरंज सा खेल है,
जिन्दगी में कभी नुकसान
तो कभी लाभ ही लाभ है,
जिंदगी रंगमंच सा है यारों
सबको मंच पर आना है,
और अपनी अदा दिखाना है,
जिन्दगी बहती हुई धारा है
जिसके सुख दुख किनारा है,
जिन्दगी मुफलिसी में जीते
जिन्दगी शाही ठाठ से जीते,
जिन्दगी अमीरी गरीबी है
जिंदगी भोग विलासी है,
रिश्तों में मर्यादा हो तो
जिन्दगी जीना साकार है।