जिंदगी और मौत
जिंदगी और मौत
1 min
144
मौत से भी
बत्तर जिंदगी देखता हूँ
एक आस पर
पल-पल मरती
जिंदगी देखता हूँ
दो रोटी को तरसती
लेकिन जिंदगी को
कैसी -कैसे जीती
जिंदगी देखता हूँ
पूछ लो किसी से भी
कौन..?
मरना चाहता है
जिंदगी में कुछ भी नहीं
फिर भी जीना चाहता है
कोई एक कारण हो
जीने का तो बताऊं ।
तेरी दुनिया में
हर नये कारण से
रोज जीना चाहता है
