जीवन
जीवन
परम सत्य है कि जीवन एक सफर है
हम इस सफर के मुसाफिर
जन्म से शुरू होता है सफर
और मृत्यु पर समाप्त होता है सफर
इस सफर में अनेक मुसाफिरों से होती है मुलाकात
बहुत कुछ हमने सीखा इस सफर में
कब शुरू हो जाता है जीवन का सफर
और कब समाप्त हो जाता है ये सफर
बनाते हैं जीवन के सफर में अनेकों अरमान
कुछ पूरे हो जाते हैं लेकिन कुछ रह जाते हैं अधूरे
जीवन के सफर में हमें निभाना है अपना किरदार।
हम इस रंगमंच के हैं सब कलाकार
खाली हाथ आए थे हम और खाली हाथ लौटना है हमें
लेकिन फिर भी हम दुनिया को मुट्ठी में करना चाहते हैं
जीवन के सफर में धन दौलत नाते रिश्तेदारी
मान सम्मान प्रतिष्ठा सब रह जाएंगे यही
जीवन के सफर में सिर्फ हमारा नाम ही बाकी रहेगा ।।
