Kumar Vikash
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इस कोरोना काल ने
बुद्धि को अजीब कशमकश में डाल दिया है ,
समझ ही नहीं आ रहा की
इन्सान के लिये पैसा जरूरी है या जीवन ।।
एक बात तो स्पष्ट है की
इन्सान के लिये जीवन जरूरी है ,
और जीवन की चाह बिन पैसों के अधूरी है ।।
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