जीवन के रास्ते
जीवन के रास्ते
यूं हमारे जीवन सालों पहले शुरू हुआ,
मां के आंचल की छांव में,
नहीं था हमे धूल, धूप ,गर्मी और जीवन के तूफ़ान का एहसास।
मां- बाप की छांव में आसान लगती समुंदर की लहरों सी जिंदगी।
हर हिलोरों को मंद मुस्कान के साथ झेलते देख कभी नहीं हुआ एहसास,
जीवन की कठिनाई का।
आज नीड से उड़ते परिंदों को दिखा,
एहसास कराया मां ने,
की अब बरसों का अनमोल साथ रहा हमारा,
अब जिंदगी में आगे बढ़ने का कर्तव्य है तेरा,
कर दिखा कुछ ऐसा कि ,
जीवन के तूफानों की निष्ठुर लहरों को पीछे छोड़ ,
निकल जाए तेरी नैया,
अपने आसमान से ऊंचे सपनों की ओर।
कदम दर कदम बढ़ा शुरू किया ,
सपनों की ओर चलना,
कुछ कदम बाद ही,
समझ आया ।
नहीं आसान ये डगर आसमां से ऊंचे सपनों को पाने की।
अटूट निश्चय, धैर्य और खुद पर विश्वास का दिया मूल मंत्र मां-बाप ने।
जीवन के इस सफर में,
पहाड़ जैसी अड़चनों को पार करने के रास्ते में,
हिम्मत ने साथ छोड़ा था,
पर हर बार याद किया उस मूल मंत्र को,
मानो फिर भी समय हथेली में मौजूद रेत की तरह फिसलता गया,
और एहसास कराया जीवन के रास्तों की कठिनाई का।
देखा है मैने जीवन में दूसरों को खुशी दर खुशी के बगीचों में खेलते ,
और उनकी किस्मतों को दुनियां में महकते,
पूछती हूं खुद से कब जागेगी किस्मत मेरी,
कब फूल खिलेंगे मेरे कर्मों की बगिया के,
नहीं डगर ये आसं सपनों को पाने की।
समझती हूं खुद से की,
उनकी किस्मत में जिंदगी के आसं रास्ते ईश्वर ने बनाए होंगे,
पर नहीं मुझे कोई गिला शिकवा,
क्योंकि मां ने सिखाया अपने जीवन के रास्ते खुद बनाना,
कठिन समय को आसान बनाने को बढ़ रही हूं आगे ,
और आगे,
समय बलवान है, निष्ठुर है मुझे मजबूत बनाने को,
ये सोच कर्तव्य पथ से नहीं हटूंगी, नहीं डिगऊंगी,नहीं डरूंगी,
बनाऊंगी राह,
सरल बनाने को जीवन के सपनो की ऊंचाई को,
पाने को।
बहुत भाग्यशाली वे लोग जिन्हें,
जीवन के रास्ते खुद ब खुद मिलते जाते हैं,
सपनो की ऊंचाई को पाने को।
परंतु हमने जन्म लिया कर्मठ हाथों की रेखा के साथ,
कर्म कर चमकाएंगे अपनी किस्मत अपने हाथ।
यही हमारे सुंदर जीवन के रास्ते।
जिसे कोई आसानी से पा जाता है,
कोई कर्मठता से प्राप्त करता है,
मैं भी पाऊंगी एक दिन सपनो को अपने,
तब नही होंगे वो मात्र सपने,
जब हो चुके होंगे ये साकार,
दुनिया होगी उत्सुक ,
जीवन के रास्ते की व्यथा जानने को।