इंसान
इंसान
तोड़ देते है लोग किसी के
दिल को अंजाने में,
याद नहीं रहता उन्हें किसी के
दिल का हाल।
मदहोश होकर जीते है अपनी
जिन्दगी को,
और भूल जाते है सब।
कोई कुसूर नहीं रहता उनका भी शायद,
बस जो उनका इंतजार करता है,
वो ग़लती करता है, इंतजार करने की।
लोग उसे फालतू समझ टाल देते है,
उसके समय की कोई कद्र नहीं करता।
उसके शब्दों से लोगों को कोई फर्क
नहीं पड़ता शायद,
लेकिन भूल जाते हैं लोग,
के उस इंसान की भी अपनी
जिन्दगी होती है,
जिसमे से वो हमेशा लोगों के लिए
समय निकाल लेता है।
वो कभी शिकायत नहीं करता पर,
बुरा तो उसे भी लगता होगा ना।
एक बार सोचकर देखना
कैसा लगता होगा उसे।
