हाँ मैं नारी हूँ।
हाँ मैं नारी हूँ।
हाँ हाँ मैं नारी हूँ,
इस सृष्टि को चलाने वाली,
लगती सबसे न्यारी हूँ।
जो दे मुझे सम्मान, दे इज्जत मुझे,
उसके लिए मैं एक क्यारी हूँ,
जो अबला समझ
करते मुझ पर अत्याचार,
उस पर में भारी हूँ,
हाँ हाँ मैं नारी हूँ,
इस सृष्टि को चलाने वाली,
लगती सबको प्यारी हूँ।
ना जाने कितने ही रूप है मेरे,
लेकिन फिर भी न जाने क्यों नहीं है सुरक्षा के घेरे,
एक माँ हूँ मैं, तो किसी की बेटी भी,
बहन हूँ मैं,
तो किसी की पत्नी भी,
देते है सब मुझे सम्मान
लेकिन फिर कर देते है कुछ लोग अपमान,
सब सहती जाती हूँ
बस अपनों की ही बन रह जाती हूँ,
हाँ हाँ मैं नारी हूँ,
इस सृष्टि को चलाने वाली,
लगती सबको प्यारी हूँ।