अपने बारे में क्या कहूँ... सपने बहुत देखती हूँ... कुछ पूरे हुए तो कुछ अधूरे ही रह गए... जो अधूरे हैं उनका क्या गम.. अब बस एक और सपना.. कुछ अच्छा लिखना चाहती हूँ....
साथ चाहते है तुम्हारा बस इतना ही कि जब हम पहाड़ों पर जाए तब साथ तुम हो। साथ चाहते है तुम्हारा बस इतना ही कि जब हम पहाड़ों पर जाए तब साथ तुम हो।
तुमसे मिल कर जाना, इश्क क्या है.? तुमसे मिल कर जाना, इश्क क्या है.?
करता रहता सदा सबका अपमान, देख कैसी इंसानी फितरत हो गयी है भगवान। करता रहता सदा सबका अपमान, देख कैसी इंसानी फितरत हो गयी है भगवान।
लेकिन जहाँ माँ भारती की बात आयी वहाँ ये सब हो जाते है न्यारे, लेकिन जहाँ माँ भारती की बात आयी वहाँ ये सब हो जाते है न्यारे,
एक अनोखा ख्वाब है बचपन, मीठी सी याद है बचपन। एक अनोखा ख्वाब है बचपन, मीठी सी याद है बचपन।
दुनियादारी की समझ नहीं मुझे, मेरा तो बस रब ही सहारा है दुनियादारी की समझ नहीं मुझे, मेरा तो बस रब ही सहारा है
समय मुट्ठी की रेत सा फिसलता जा रहा है , हर लम्हा यूँ ही गुजरता जा रहा है, समय मुट्ठी की रेत सा फिसलता जा रहा है , हर लम्हा यूँ ही गुजरता जा रहा है,
हाँ हाँ मैं नारी हूँ, इस सृष्टि को चलाने वाली, लगती सबको प्यारी हूँ। हाँ हाँ मैं नारी हूँ, इस सृष्टि को चलाने वाली, लगती सबको प्यारी हूँ।
हम दोनों मिले ऐसे, जैसे बन गयी हो हमारी कोई नई कहानी। हम दोनों मिले ऐसे, जैसे बन गयी हो हमारी कोई नई कहानी।
मातृ भूमि की आजादी पर गर्व से जीना मरना है। मातृ भूमि की आजादी पर गर्व से जीना मरना है।