Unlock solutions to your love life challenges, from choosing the right partner to navigating deception and loneliness, with the book "Lust Love & Liberation ". Click here to get your copy!
Unlock solutions to your love life challenges, from choosing the right partner to navigating deception and loneliness, with the book "Lust Love & Liberation ". Click here to get your copy!

Jyoti Gupta

Others

3  

Jyoti Gupta

Others

गर्मियों के वो कुछ खास पल

गर्मियों के वो कुछ खास पल

1 min
236



याद आते हैं वो गर्मियों के दिन की फिर 

इंतजार गर्मियों की छुट्टियों का होना

गर्मियों की छुट्टियों में फिर नाना नानी के घर जाना 

वहां जा खूब सारे मौज मस्तियां करना

और गलियों में खड़े हो

अपने दोस्तों को रिझाना

क्या खूब वो दिन थे  

आज बहुत याद आते हैं।।


फिर तपतपाती धूप की दोपहर

टोकरिया हम ले दौड़े जाए

आम के बागों पर

कुछ दोस्तों के संग फिर 

फिर से हो मौज मस्तियां

की टीकोरियों की तलक में

बीत जाए वह तपतापाती दुपहरिया

वो आम के रस और

नानी मां के हाथ की  लप्सिया

क्या खूब वो दिन थे

आज बहुत याद आते हैं।


छिप छिप के खेलने को जाना

और फिर डरे सहमे से घर वापस आना

पैरों की आयते सुन नानी मां का चिल्लाना

और चिल्ला फिर हमें यू शहला ना

वो खूब क्या दिन थे

आज बहुत याद आते हैं।।


फिर यू अचानक बदलो की गर्जन

और हबाओ का यू मचल जाना

बरीशो की बूंदों के संग मिल

इंद्रधनुष निकलने का इंतजार करना

और उंगलियो को दिखा 

उन्हें गायब होते देख

यू खिलखिला मुशकुराना

और तालिया  दे वो थाहाका लगाना

क्या खूब थे वो दिन

आज बहुुुत याद आते हैं ।।



Rate this content
Log in