दोस्ती
दोस्ती
रोते-रोते जो हमें हंसना सिखा दे, उसका नाम दोस्ती है......
टेंशन में भी जो मस्ती करा दे, उसका नाम दोस्ती है.....
स्कूल की यादों को, क्लासेस की बंक को,
जो यादगार बना दे, उसका नाम दोस्ती है.....
जब अपने भी साथ ना हो, और कोई पास नजर ना आए
उस वक्त जो रिश्ता साथ हो, उस रिश्ते का नाम दोस्ती है....
चाहे हजार बहाने बना लो, लेकिन उन हजार बहानों के बाद भी
जो आपने साथ ले चले, उसका नाम दोस्ती है.....
गलतियां करने पर जो डांट खाने में साथ दे, उस साथ का नाम दोस्ती है.....
पहले प्लान्स बनाए फिर उन प्लान्स को कैंसिल करे
और फिर गालियां खाए और उन गालियों के बाद भी
जो मन में गिला ना रखे, उस प्यार का नाम दोस्ती है......
आपस में जितनी मर्जी गालियां दे दो, लेकिन किसी और के
मुंह से गाली सुनकर जो गुस्सा आए, उस गुस्से का नाम दोस्ती है......
जब लगे की यह स्कूल, यह पल यहीं थम जाए, ना फेयरवेल आए
और ना ही हम अलग हो, वह अलग होने का डर दोस्ती है.....
वक्त के इस दौर में जब समय ना मिल पाए
और जब कुछ तस्वीरें देख कर कुछ लम्हे याद आए
और उन लम्हों से कुछ लोग याद आए और उन लोगों से जब आंखें भर जाए,
वह लम्हे.....
वह लोग.....
वह आंसू.....
वह एहसास.....
दोस्ती है..... वह एहसास...... दोस्ती है....।।