दीपावली
दीपावली
इस दीपावली.......एक दीया
अंधियारे मन में,
आस का तुम जगाना।
आत्मविश्वास न डगमगायें कभी
हमेशा हिम्मत से जगमगाना।
इस दीपावली.... एक दीया
सत्य का असत्य पर जगाना
तुम अकेले भी रह जाओ
सत्य की राह पर,
पर विश्वास कभी न डगमगाना।
इस दीपावली..... एक दीया।
धर्म का अधर्म पर जगाना
कुरीतियों का अंत कर।
सभ्यता को जीवंत रीति दिलाना।
इस दीपावली...... एक दीया।
ज्ञान का अज्ञानता पर जलाना।
अंधविश्वासों को मिटा के।
नित विश्वास से झिलमिलाना।
इस दीपावली..... एक दीया।
प्रीति का अंतर मन में जलाना
कड़वे -कटु-कठोर शब्दों से,
दिल न कभी किसी का दुखाना
मुस्कराहट का प्रकाश फैलाना।
इस दीपावली......... एक दीया।
