देशभक्ति
देशभक्ति
घर से निकलते ही
यूं यारो से मिलते ही
सवालों के पहरों ने घेरा है
रंग-बिरंगे झंडे लेकर
कुछ लोगो का मेला है
ये कैसी देशभक्ति है
ये कैसा नारा है?
लेकर हाथ में
एक से एक रंगीन झंडा
कहता अपने आप को
देश का बन्दा ,
मैं सोच में हूँ ये देशभक्ति है
या इनकी मनमर्जी है?
मैं तो हूँ भारत का वासी
अपने दिल की मैंने मानी
उठाकर एक डन्डा
लहराकर तिरंगा झंडा,
ये देख
सबकी आंखें हैरान थी
ये देखकर कि ये
भारतीय की पहचान थी।
सबसे अच्छा
सबसे सुन्दर
सबसे ऊँचा
राष्ट्र का प्रतीक
तिरंगे ने दी मिसाल थी
लोगो की जुबां खामोश
और मेरी जान में जान थी।
भीड़ से निकला जब
एक-एक साथी
लेकर हाथ में तिरंगा
फ़िर मेरा दिल भी बोला
मेरा रंग दे बसंती चोला
मेरा रंग दे बसंती चोला।
