STORYMIRROR

हरीश सेठी 'झिलमिल'

Children Stories

3  

हरीश सेठी 'झिलमिल'

Children Stories

चाँद

चाँद

1 min
680

बचपन में

सुनी थी

एक कहानी

चाँद पर 


चरखा कातती है 

बुढ़िया रानी

विज्ञान पढ़ा 

तो पाया 

फिर प्रश्न 

मन में आया

न हवा, न पानी

फिर कैसे रही होगी

बुढ़िया सयानी


किसी को चाँद में

दाग नज़र आता है

तो कोई उसे

माहताब कहकर 

बुलाता है


आसमान में 

चंदा संग चमकते 

अनगिनत तारे हैं

रात्रि में लगते 

सुंदर सुंदर

प्यारे प्यारे हैं


गौर से देखो तो 

प्रकृति का 

अजब नज़ारा है 

चाँदनी बिखेरता चाँद 

इक अद्भुत सितारा है



Rate this content
Log in