STORYMIRROR

Kshama Sharma

Others

2  

Kshama Sharma

Others

बीज

बीज

1 min
359

मिट्टी में गहरा दबा हुआ 

एक बीज निरीह सा पुकार रहा 

ज़िंदा हूँ मैं अभी मरा नहीं 

इस आत्म भाव को जगा रहा 


एक बूँद कही से आने दो 

निर्मल वायु बह जाने दो 

फिर सूर्य मुझे जो तपा रहा 

वह ही जीवन दे जायेगा 

इस निर्मल ,सुन्दर मधुवन में 

जीवन किसलय लहरायेगा 


Rate this content
Log in