बेटी मेरा गौरव
बेटी मेरा गौरव
मेरी बेटी मेरा गौरव सबको यह समझाएंगे।
मिलकर रक्षा करनी होगी ऐसी अलख जगायेंगे।
बेटी से दीवाली,होली, राखी का त्यौहार है।
सारे घर की खुशियां मेरी बेटी पर बलिहार है।
बेटी सहारा मात पिता का उसका मान बढ़ाएंगे।
बेटी शिक्षित आज हुई है, बेटी का अधिकार है।
बेटी का तप त्याग बड़ा है, बेटी से संसार है।
प्रगति पथ पर बढ़ती जाए, ऐसा दीप जलाएंगे।
बेटी दुख में भाई बहन का हाथ बंटाने वाली है।
बेटी का रिश्ता है पावन बेटी अमृत प्याली है।
बेटी का इतिहास अनूठा राष्ट्रकवि दोहराएंगे।