Unlock solutions to your love life challenges, from choosing the right partner to navigating deception and loneliness, with the book "Lust Love & Liberation ". Click here to get your copy!
Unlock solutions to your love life challenges, from choosing the right partner to navigating deception and loneliness, with the book "Lust Love & Liberation ". Click here to get your copy!

Muskan Kotwal

Others

5.0  

Muskan Kotwal

Others

बेजान दोस्त

बेजान दोस्त

1 min
331


वो जो चलती थी साथ मेरे,

बनकर एक साथी उस अंधेरे।


डर को चीर कर चलने की आई थी ताकत,

साथी के रूप में पाई थी मैने हिम्मत।


उजाला ले जा रही थी अपने संग उस परछाई को,

तभी एक साथी के जाने का दुख मना रहा था मै


इसी बीच न जाने मेरे आंसू पड़े,

कपोलों से छलकते समय एक आवाज़ कर गिरे।


तभी उस आवाज़ ने भटका दिया मेरा मन,

जब देखा तो पता चला न था मै अकेला साथ थी मेरे मेरी गूंज।


डर को चीर कर चलने की आई ताकत,

साथी के रूप में फिर से पाई थी मैने हिम्मत।


लोग तो छोड़ देते है साथ,

तब उसे आती है अपने बेजान दोस्तों की याद।


Rate this content
Log in