बच्चे ,बच्चे, बच्चे
बच्चे ,बच्चे, बच्चे
बच्चे बच्चे बच्चे बच्चे
.... मन के कच्चे दिल के सच्चे
बच्चे बच्चे बच्चे बच्चे
सबको ये तो अच्छे लगते
कहते है दादा दादी
कहते है नाना नानी
बच्चे है भगवान की सूरत
. भगवान कॊ प्यारे लगते है
बच्चे बच्चे बच्चे बच्चे
नही रागद्वेष रखते है ये
सभी से प्यार करते है
इनका ही हाथों मे है
कल की तकदीर भारत की
ये ही बनाएंगे नई तस्वीर भारत की
.ये ही नया इतिहास रचेंगे
कोई अंबेडकर कोई कलाम बनेंगे
कोई आजाद भगत सुभाष बनेंगे
बच्चे बच्चे बच्चे बच्चे
जेसा चाहो बन जाएगे
जेसा चाहो ढल जाएगे
हाथों मे ये है हमारे
जेसा चाहो बन जाएगे
बच्चे बच्चे बच्चे बच्चे
सत्य के हम राही बनेंगे
कभी किसी से नही डरेंगे
पढ़ लिख कर हम बड़ा बनेंगे
आपस मे हम नही लड़ेगे
हिंदू ना मुसलमान बनेंगे
हम तो बस इन्सान बनेंगे
जान से प्यारा हिंदुस्तान बनेंगे
एकता की मिसाल बनेंगे
मातृ भूमि से प्यार करेगे
तिरंगे पर अभिमान करेगे
बच्चे बच्चे बच्चे बच्चे
मन के कच्चे दिल के सच्चे
" लक्ष्य " यही भारत के बच्चे ।
