बच्चा
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मैंने हमेशा अभिव्यक्त
करना चाहा खुद को,
आपने मौका ही नहीं दिया
आँखों में अनंत कल्पनाएँ थीं,
आपने खुलने ही नहीं दिया
मन में असंख्य जिज्ञासाएँ थीं,
आपने सुनना ही नहीं चाहा
आप ही की तरह मैं भी सोचता,
समझता, जानता और सीखता हूँ
फर्क केवल इतना सा है की
आपका जन्म मुझसे पहले का है ...