अनुशासन भी तो है ज़रूरी
अनुशासन भी तो है ज़रूरी
. माता पिता जो सिखाते हैं अनुशासन,
यही है जिंदगी की प्रथम पाठशाला !
अब मन की बात मन में ना रखा करो,
अपने मन पे ना लगाओ कोई ताला !
अनुशासन का रूप निराला,
जिस घर में भी यह रहता है।
सुंदर सुखद एहसास मतवाला,
अपनापन वहीं बरसता है।।
अनुशासन की महिमा न्यारी,
घर आँगन यह महकाता है।
छोटे-बड़े आदर भाव का,
भेद सभी को समझाता है।।
अनुशासन रूपी अमर बेल,
ऊंचाई पर जब चढ़ती है।
पावन मधुर मीठी सी डोर,
धीरे से ज़ब आगे बढ़ती है।।
अनुशासन का सफल मनोरथ,
समझ सभी के जब आता है।
मनभावन संदेश परक शास्त्र,
मनमोहक सा तान सुनाता है।।
अनुशासन राम-बाण औषधि,
बीमारी बहुत दूर भगाता है।
छान-छान कर पीओ प्यारे,
इसलिए तो पास बुलाता है।।
