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Mayank Kumar

Others

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Mayank Kumar

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अच्छा नहीं बुरा हूं !

अच्छा नहीं बुरा हूं !

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मुझे अच्छा न कह बुरा ही कह दो

मुझे राजा न कह सामंत ही कह दो 


मुझे राज्य न दो जागीर ही दे दो !   

हे मोहब्बत के फरिश्ते हवा 

जा कह दे उनसे भी

तन्हाई में हम ज्यादा महफूज हैं

कम से कम सुकून से तो ,

रोज महसूस करते हैं उन्हें ..!


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