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Amit Bhatore

Others

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Amit Bhatore

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अबॉर्शन

अबॉर्शन

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अबॉर्शन के साथ हो जाता है अंत,

तमाम उम्मीदों, अपेक्षाओं का,

जिनके लिए बेसब्री से किया इंतज़ार

व्रत रखकर मन्नतें उतारते रहे दर बदर

महत्वाकांक्षाओं के लिए पल भर में

तोड़ देते हैं भावनात्मक संबंध

बोझ मानकर कर देते हैं सब कुछ खत्म

बिगाड़ लेते हैं आज आने वाले के लिए


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