ज़मीं...। ज़मीं...।
किसी की दुआओं में शामिल न सही, बद्दुआओं से दूर हूँ, मुझे सब्र है...! किसी की दुआओं में शामिल न सही, बद्दुआओं से दूर हूँ, मुझे सब्र है...!
पहले मोहब्बत आज़माई थी अब से सब्र आज़माया जाएगा। पहले मोहब्बत आज़माई थी अब से सब्र आज़माया जाएगा।
जो हौसलों से उड़ान भरते हैं वे गिर कर उठा करते हैं. जो हौसलों से उड़ान भरते हैं वे गिर कर उठा करते हैं.