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इंसान बनो पशुओं का भी मान करो! इंसान बनो पशुओं का भी मान करो!
इंसान बनो। पशुओं का भी मान करो। इंसान बनो। पशुओं का भी मान करो।
किताबें! किताबें वे हैं जो शब्दों का सागर अर्थों की लहरें जीवन का सच जीने के मायने लिए फिरती ... किताबें! किताबें वे हैं जो शब्दों का सागर अर्थों की लहरें जीवन का सच जीने क...
प्रकृति है जीवन का अनमोल रत्न इसको गवा न बैठो तुम। प्रकृति है जीवन का अनमोल रत्न इसको गवा न बैठो तुम।
फिर कोई होगा ईश्वर को प्यारा फिर चमकेगा आसमान में बन कोई एक तारा। फिर कोई होगा ईश्वर को प्यारा फिर चमकेगा आसमान में बन कोई एक तारा।
ये गमों की रातें भी बड़ी बेअदब थीं जो निरंतर लंबी होती जा रही थीं। ये गमों की रातें भी बड़ी बेअदब थीं जो निरंतर लंबी होती जा रही थीं।
कैसे सहूँ तुमसे यह दूरी अब और सहन मुझे नहीं है यह दूरी। कैसे सहूँ तुमसे यह दूरी अब और सहन मुझे नहीं है यह दूरी।
कभी चक्रवाती रूप धारण कर उजाड़ जाती हैं पशु-पक्षियों कभी चक्रवाती रूप धारण कर उजाड़ जाती हैं पशु-पक्षियों