I'm Sukhnandan and I love to read StoryMirror contents.
कुछ पल गुफ्तगू करूं मैं अपने मन की क्यों न सुनूं …… कुछ पल गुफ्तगू करूं मैं अपने मन की क्यों न सुनूं ……
न वक़्त थमता है,न ज़िन्दगी रुकती है और ये घड़ी...मदमस्त सी चलती रहती है। न वक़्त थमता है,न ज़िन्दगी रुकती है और ये घड़ी...मदमस्त सी चलती रहती है।
हर लम्हा मुझे अज़ीज़ है मेरे दिल के बहुत क़रीब है हर लम्हा मुझे अज़ीज़ है मेरे दिल के बहुत क़रीब है
ये दुनिया बेहद खूबसूरत बड़ी हसीन नज़र आएगी। ये दुनिया बेहद खूबसूरत बड़ी हसीन नज़र आएगी।
मेरे पास हैं तुम्हारे लिए प्रभु सवाल एक हज़ार। मेरे पास हैं तुम्हारे लिए प्रभु सवाल एक हज़ार।
जीवन है वहां ख्वाहिशें हों जहाँ ख़्वाहिशों के बग़ैर ज़िंदगी कहाँ जीवन है वहां ख्वाहिशें हों जहाँ ख़्वाहिशों के बग़ैर ज़िंदगी कहाँ