I'm Sukhnandan and I love to read StoryMirror contents.
बोलने वालों को बोलने दो तुम शांत मन से अपना काम करो क्योंकि धूप कितनी भी तेज़ हो सुखा न सकेगी समुंदर को --- बुद्ध मीमांसा