Engineer
अब तो हिज्र में जीने की आदत हो गई है, तुम्हारे बाद तो अपनों से भी रुखसत हो गई है। अब तो हिज्र में जीने की आदत हो गई है, तुम्हारे बाद तो अपनों से भी रुखसत हो गई...
ये लब भी थक चुका है तुम्हें समझाते समझाते, अब और इसे समझाने नहीं दूंगा ये लब भी थक चुका है तुम्हें समझाते समझाते, अब और इसे समझाने नहीं दूंगा
ऐसा लगता है जैसे सारे ख्वाबों का बुनियाद ही टूट गया। ऐसा लगता है जैसे सारे ख्वाबों का बुनियाद ही टूट गया।
जो मिला तुम्हें वो मुझसे भी ज्यादा चाहे, बस यही चाहूंगा जो मिला तुम्हें वो मुझसे भी ज्यादा चाहे, बस यही चाहूंगा
मुझे साथ बिताए वो पुराने दिन फिर से चाहिए, तुम भी कुछ ऐसा ही चाहती हो क्या ? मुझे साथ बिताए वो पुराने दिन फिर से चाहिए, तुम भी कुछ ऐसा ही चाहती हो क्या ?
प्यार भरे खत पढ़ते - पढ़ते, सजदे में कलमा पढ़ना भूल गई, प्यार भरे खत पढ़ते - पढ़ते, सजदे में कलमा पढ़ना भूल गई,
आँखें बंद तो करता हूं सोने के लिए, पलकें गिराते ही तुम नजर आने लगती हो. आँखें बंद तो करता हूं सोने के लिए, पलकें गिराते ही तुम नजर आने लगती हो.
ईमान के साथ चलो तो फायदा उठाने की कोशिश करते हैं लोग, ईमान के साथ चलो तो फायदा उठाने की कोशिश करते हैं लोग,
वो नखरें भी करती हैं, होती हैं नाराज भी, क्या गजब है उनके दिल की बात बताने का अंदाज भी वो नखरें भी करती हैं, होती हैं नाराज भी, क्या गजब है उनके दिल की बात बताने का...
दिल भटक रहा उसकी यादें लेकर... कोई तो ठिकाना मिले उसे, दिल भटक रहा उसकी यादें लेकर... कोई तो ठिकाना मिले उसे,