क़लमकार से कवि की ओर निरंतर अग्रसर।
मैं कोशिश करके सबका कंधा बन जाता हूँ, फिर क्यों जब मैं लड़खड़ाऊं तो गिर जाता हूँ... मैं कोशिश करके सबका कंधा बन जाता हूँ, फिर क्यों जब मैं लड़खड़ाऊं तो गिर जाता हू...
तेरा जीवन ये क्या सच है या तेरी जिंदगी झूठी, बहुत से लोग हैं जो मात खाये हैं समय से बस तेरा जीवन ये क्या सच है या तेरी जिंदगी झूठी, बहुत से लोग हैं जो मात खाये हैं ...
कब तक बने रहेंगेे अर्जुन कब तक कृष्ण सिखाएंगे, चल उठें बने हम कर्ण स्वयं का रण चुन रण में जाएंगे,... कब तक बने रहेंगेे अर्जुन कब तक कृष्ण सिखाएंगे, चल उठें बने हम कर्ण स्वयं का र...
इस दोज़ख में वो एक जन्नत है, तू मेरी पहली मुहब्बत है। इस दोज़ख में वो एक जन्नत है, तू मेरी पहली मुहब्बत है।
एक अरसा पड़ा सींचना पर उग गयी मेरी बोई कविता, कवि ने ऐसा क्या कह डाला कि सिसक सिसक रोई कविता एक अरसा पड़ा सींचना पर उग गयी मेरी बोई कविता, कवि ने ऐसा क्या कह डाला कि सिसक ...
काश हमे फिर से मिल जाये दिन वो अपने बचपन का। काश हमे फिर से मिल जाये दिन वो अपने बचपन का।
हाँ मैं सच हूँ मैं बचा हुआ हूँ बस कुछ एक विचारों में, ना आऊं चलचित्रों में न पाता अखबारों में, हाँ मैं सच हूँ मैं बचा हुआ हूँ बस कुछ एक विचारों में, ना आऊं चलचित्रों में न पा...
'तुम्हारी कोई अहमियत नही बची है आंखों में, मेरी नजर-ए-मकान से तुम उतर गए हो शायद।' प्रेमिका से खफा प... 'तुम्हारी कोई अहमियत नही बची है आंखों में, मेरी नजर-ए-मकान से तुम उतर गए हो शायद...
मैं जितनी दूर आईने से, वो उतने पास सा था...! मैं जितनी दूर आईने से, वो उतने पास सा था...!
अब तुम ही, कह दो छः महीने, की है उसका, क्या छिपा लूँ...! अब तुम ही, कह दो छः महीने, की है उसका, क्या छिपा लूँ...!