I'm Kavi Devesh Dwivedi 'Devesh' and I love to read StoryMirror contents.
ध्यान से सुनो एक बात बताता हूँ, नई नहीं है फिर भी दोहराता हूँ। ध्यान से सुनो एक बात बताता हूँ, नई नहीं है फिर भी दोहराता हूँ।
लोकतंत्र में इनको भुनाने की छूट है। लोकतंत्र में इनको भुनाने की छूट है।
समरसता का भाव, आपस में हो प्रीति निरंतर समरसता का भाव, आपस में हो प्रीति निरंतर
कभी आधी-अधूरी लिख डाली, कभी लिखी तो पूरी लिख डाली, कभी आधी-अधूरी लिख डाली, कभी लिखी तो पूरी लिख डाली,
सावधान रहते हुए ले मन में नई उमंग, जीत जायेगी ज़िन्दगी फिर कोरोना से जंग। सावधान रहते हुए ले मन में नई उमंग, जीत जायेगी ज़िन्दगी फिर कोरोना से जंग।
सूरत को मेरी गढ़ना, ईश्वर के हाथ में था, सूरत को मेरी गढ़ना, ईश्वर के हाथ में था,
‘हिन्दी लाओ’ नारा केवल हमको नहीं लगाना है, ‘हिन्दी लाओ’ नारा केवल हमको नहीं लगाना है,
इसीलिए तो सबके मन को भाती गौरैया। इसीलिए तो सबके मन को भाती गौरैया।
बेदर्दों का सिरमौर नहीं बनना मुझको, गुमनामी का दौर नहीं बनना मुझको। बेदर्दों का सिरमौर नहीं बनना मुझको, गुमनामी का दौर नहीं बनना मुझको।
तेरे इश्क में पड़कर दिल की पीर हो गई दूनी है, तेरे इश्क में पड़कर दिल की पीर हो गई दूनी है,