Medico who is fond of poetry !
तुम्हें लगता है तुम अपना ईमान बचाते हो, कर के शर्मसार नबियों को इस्लाम बचाते हो? गर क तुम्हें लगता है तुम अपना ईमान बचाते हो, कर के शर्मसार नबियों को इस्लाम बचाते ...
पर मेरे आंखों में झाँक कर तुम उस लव यू को सुन लेना पर मेरे आंखों में झाँक कर तुम उस लव यू को सुन लेना
खातिर तिरी जो माँ को गोया गवाँ सकता है, वो बाद तेरे औरो को भी फसा सकता है। खातिर तिरी जो माँ को गोया गवाँ सकता है, वो बाद तेरे औरो को भी फसा सकता है।
गुस्सा के जितना हो मुझ को तू दिखा सकता है। गुस्सा के जितना हो मुझ को तू दिखा सकता है।
गर ज़रूरी है मुहब्बत का जताना यार तो जान-ए-जाँ फिर से मुझे इक ज़िन्दगानी चाहिए गर ज़रूरी है मुहब्बत का जताना यार तो जान-ए-जाँ फिर से मुझे इक ज़िन्दगानी चाहि...
किस मोड़ पर आ गए मेरे मौला किस मोड़ पर आ गए मेरे मौला
राज़ फिर दिल का बताना पड़ गया। राज़ फिर दिल का बताना पड़ गया।
खत्म हुआ दुश्मनी का रिश्ता ही, अब तो तेरे साथ सख़ावत ही सही। खत्म हुआ दुश्मनी का रिश्ता ही, अब तो तेरे साथ सख़ावत ही सही।
माँ होठों पे मेरे हँसी है, आँखों में तेरे क्यो आँसू भला क्यों बाल तेरे बिखरे हैं, पहनी न रंगीन साड़... माँ होठों पे मेरे हँसी है, आँखों में तेरे क्यो आँसू भला क्यों बाल तेरे बिखरे है...
माँग कर सबूत वतन परस्ती के घूँट नफ़रत के पिलाया न करो। माँग कर सबूत वतन परस्ती के घूँट नफ़रत के पिलाया न करो।