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कभी अपने बड़ों से सीखकर तो कभी आपसी समझदारी से, कभी अपने बड़ों से सीखकर तो कभी आपसी समझदारी से,
कष्ट सहना वो जानती है,अपनों को साथ लाना वो जानती है,बच्चों की खुशियां भी वो जानती है, कष्ट सहना वो जानती है,अपनों को साथ लाना वो जानती है,बच्चों की खुशियां भी वो जानत...
जब तक ठोकर नहीं पड़ती अकल नहीं आती। जब तक ठोकर नहीं पड़ती अकल नहीं आती।
अगर आप अभी से कष्ट सहना नहीं सीखोगे, तो आगे कैसे बढ़ोगे। अगर आप अभी से कष्ट सहना नहीं सीखोगे, तो आगे कैसे बढ़ोगे।
सोच जरा वृक्ष नहीं तो औषधि कहां से लाएगा ? और हरियाली नहीं तो सांस कैसे ले पाएगा ? सोच जरा वृक्ष नहीं तो औषधि कहां से लाएगा ? और हरियाली नहीं तो सांस कैसे ले पा...
क्यों अफसोस करें, क्या जिनके हाथ नहीं होते वो काम नहीं करते? क्यों अफसोस करें, क्या जिनके हाथ नहीं होते वो काम नहीं करते?
यही तो उनका छोटा सा अरमान होता है, बेशक बेजुबान पक्षी है, यही तो उनका छोटा सा अरमान होता है, बेशक बेजुबान पक्षी है,
आंगन सूना सा लगता है उनके बिना, और हाथ जब सिर को छूएं मानो जन्नत मिल जाती है। आंगन सूना सा लगता है उनके बिना, और हाथ जब सिर को छूएं मानो जन्नत मिल जाती है।
मां भी वो, बहन भी वो हर फर्ज अपना बखूबी निभाती है, मां भी वो, बहन भी वो हर फर्ज अपना बखूबी निभाती है,
इसलिए उनकी देखभाल करो, क्योंकि एक न एक दिन तुम्हें भी वहीं झेलना है। इसलिए उनकी देखभाल करो, क्योंकि एक न एक दिन तुम्हें भी वहीं झेलना है।