विगत 40 साल से लेखन में सक्रिय राष्ट्रीय स्तर पर लेखन , पत्र पत्रिकाओ में प्रकाशन, आकाशवाणी से कहानी, नाटक, कविताओं का प्रसारण, मंच संचालन, काव्य गोष्ठी में सहभागिता वर्तमान में लेखन अविरल जारी
फुर्सत मिले तो आ जाना पिचकारी लिये जिन्दगी में। फुर्सत मिले तो आ जाना पिचकारी लिये जिन्दगी में।
दें जीवनसाथी नम्रता का परिचय दें जीवनसाथी नम्रता का परिचय
हो सब तरफ बस भाईचारा और जज़्बा देश प्रेम का मेरा भारत महान। हो सब तरफ बस भाईचारा और जज़्बा देश प्रेम का मेरा भारत महान।
नव वर्ष तुम्हारा स्वागत है नव वर्ष तुम्हारा स्वागत है
वक़्त गुज़र रहा है वक़्त गुज़र रहा है
जन्म से ही समझे इन्सान है नश्वर ये तन आता जाता रहता धन जन्म से ही समझे इन्सान है नश्वर ये तन आता जाता रहता धन
करें सम्मान कुशल नेतृत्व का करें मजबूत हाथ फैलाओ मत अफवाहें रुकावटें डालो मत करें सम्मान कुशल नेतृत्व का करें मजबूत हाथ फैलाओ मत अफवाहें रुका...
समुद्र किनारे या हों सुहानी वादियां मुस्कुराहट हो चेहरों पर समुद्र किनारे या हों सुहानी वादियां मुस्कुराहट हो चेहरों पर
हर घर में है पूज्य तुलसी पूजन, हर पुण्य परिवार तुलसी बिन है शून्य। हर घर में है पूज्य तुलसी पूजन, हर पुण्य परिवार तुलसी बिन है...
यादों के आगोश में मिलन की आस में रात भर वो बैठी रही द्वारे। यादों के आगोश में मिलन की आस में रात भर वो बैठी रही द्वारे।