Civil Engineer
सहरा-ए-दिल में खिलते हैं तेरी यादों के फूल यहां मेरी आँखों से बरसात होती है अक़्सर सहरा-ए-दिल में खिलते हैं तेरी यादों के फूल यहां मेरी आँखों से बरसात होती है ...
रहा जमाना मुद्दतों मसरूफ़ मेरी राख़ को बिखराने में। रहा जमाना मुद्दतों मसरूफ़ मेरी राख़ को बिखराने में।
आ ना जाए कहीं सैलाब मयकदे में यहाँ बैठ कर अंजाम-ए-वफ़ा की बात ना कर। आ ना जाए कहीं सैलाब मयकदे में यहाँ बैठ कर अंजाम-ए-वफ़ा की बात ना कर।
वह हमारा पुराना पुश्तैनी घर बुढ़ापे की दहलीज पर। वह हमारा पुराना पुश्तैनी घर बुढ़ापे की दहलीज पर।
पर्दाफाश हुआ जब पीर-ओ-वली की अच्छाइयों का इश्क़ हो गया हमें अपनी तमाम बुराइयों से पर्दाफाश हुआ जब पीर-ओ-वली की अच्छाइयों का इश्क़ हो गया हमें अपनी तमाम बुराइयो...
देखना बंद कर खुद को दुनिया की नज़रों से नहीं तो ता-उम्र खुद से खफ़ा ही रह जाएगा देखना बंद कर खुद को दुनिया की नज़रों से नहीं तो ता-उम्र खुद से खफ़ा ही रह जाएग...
ज़रूरतों ने इतने हिस्सों में बाँटा मुझे कि जब मुकम्मल हुईं सब तब मैं कहीं ना था ज़रूरतों ने इतने हिस्सों में बाँटा मुझे कि जब मुकम्मल हुईं सब तब मैं कहीं ना ...
शमशीर-ए-नाकामी ने कर दिए ना जाने कितनों के सर कलम शमशीर-ए-नाकामी ने कर दिए ना जाने कितनों के सर कलम
इन सराब-परस्त निगाहों का नहीं इलाज़ कोई देख रहा हूँ आईना नज़र आ रहा है कोई। इन सराब-परस्त निगाहों का नहीं इलाज़ कोई देख रहा हूँ आईना नज़र आ रहा है कोई।
डूबी जो कश्ती तो बस लगा दी तोहमत समंदर पर डूबी जो कश्ती तो बस लगा दी तोहमत समंदर पर