मैं नौकरीपेशा हूँ और खाली वक्त में समसमयिक कविताएँ , मुक्तक, क्षणिकाएँ, लेख एवं लघु कथाएँ लिखने - पढ़ने में रुचि रखता हूँ।
उन आंचल भरी हो किलकारी नववर्ष की शाम ढले ,आनंद प्रबल होगा । उन आंचल भरी हो किलकारी नववर्ष की शाम ढले ,आनंद प्रबल होगा ।
तेरे काम में सुना है ,बड़ा नाम चल रहा है घर बार तेरा -मेरा ,अविराम चल रहा है। तेरे काम में सुना है ,बड़ा नाम चल रहा है घर बार तेरा -मेरा ,अविराम चल रहा है...
जो ज्ञान की भाषा है,विज्ञान की भाषा है वो हिंदी मेरी बोली, स्वाभिमान की भाषा है । जो ज्ञान की भाषा है,विज्ञान की भाषा है वो हिंदी मेरी बोली, स्वाभिमान की भाष...
एक दिन का मनका छोड़ो हर दिल के मन का करते हैं सब भारतवासी गाएं, मेरी हिंदी इसको कह एक दिन का मनका छोड़ो हर दिल के मन का करते हैं सब भारतवासी गाएं, मेरी ...
सबसे मीठी है बोली हमारी, जो हिन्दी कहलाती है! सबसे मीठी है बोली हमारी, जो हिन्दी कहलाती है!
प्रभु तेरे कलयुग की लीला अद्भूत अगण निराली है! प्रभु तेरे कलयुग की लीला अद्भूत अगण निराली है!
हे वतन पे शहीदों नमन है अमर है गुलिस्तां तुम्हारा....! हे वतन पे शहीदों नमन है अमर है गुलिस्तां तुम्हारा....!
अंगुली अनुशासन की पकड़े, हमराही,बन हमसाया! अंगुली अनुशासन की पकड़े, हमराही,बन हमसाया!
वो क्या जाने चाय की चुस्की, चमगादड़ सूप पीनेवाला वो क्या जाने चाय की चुस्की, चमगादड़ सूप पीनेवाला
सोशल होगी डिस्टेनसिंग, मिलने मिलाने की हमारी जन्मजात प्रवृत्ति सोशल होगी डिस्टेनसिंग, मिलने मिलाने की हमारी जन्मजात प्रवृत्ति