Story Writing, Stand up Comedian, Poet, Columnist
हो गई है पढ़ चुके अखबार जैसी जिंदगी घर के कोने में पड़े हैं रद्दी वाले के लिए हो गई है पढ़ चुके अखबार जैसी जिंदगी घर के कोने में पड़े हैं रद्दी वाले के लिए
एक कवि मरता नहीं ,लेकिन हम उसे मार देते है ,उन्हें भुला कर। .... एक कवि मरता नहीं ,लेकिन हम उसे मार देते है ,उन्हें भुला कर। ....
हर परिस्थिति से उबर कर नवनिर्माण का शंखनाद करती कविता! हर परिस्थिति से उबर कर नवनिर्माण का शंखनाद करती कविता!
माँ की महिमा पर लिखी रचना माँ की महिमा पर लिखी रचना
माँ पर लिखी यह ग़जल पढ़िए और अपनी माँ को याद कीजिये । माँ पर लिखी यह ग़जल पढ़िए और अपनी माँ को याद कीजिये ।
भूखे पेटों को और कुछ नहीं सूझता । भूखे पेटों को और कुछ नहीं सूझता ।
तुम्हें नफरत अगर हमसे है तो इतना बताओ तो, जिसे भी देखते हो शक्ल लगती है हमीं सी क्यों। तुम्हें नफरत अगर हमसे है तो इतना बताओ तो, जिसे भी देखते हो शक्ल लगती है हमीं सी ...
बहन बेटी और माँ बाप पर आपने बहुत कुछ सुना पढ़ा होगा। लीजिये फूफा पर हास्य गीत ! बहन बेटी और माँ बाप पर आपने बहुत कुछ सुना पढ़ा होगा। लीजिये फूफा पर हास्य गीत !
कितना चला हूँ धूप में छालों से पूछ लो कुछ मोल पसीने का निवालों से पूछ लो। कितना चला हूँ धूप में छालों से पूछ लो कुछ मोल पसीने का निवालों से पूछ लो।
जीवन की सच्चाइयों को बयां करती गज़ल पढ़ें । हर शेर अलग अंदाज का। जीवन की सच्चाइयों को बयां करती गज़ल पढ़ें । हर शेर अलग अंदाज का।