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नव रंग हो सुन्दर सब कर्म लक्ष्य उच्च हो नव रंग हो सुन्दर सब कर्म लक्ष्य उच्च हो
कहता है कुछ काम करो, ख़ाली न बैठो, काम करो। कहता है कुछ काम करो, ख़ाली न बैठो, काम करो।
जागृति आत्म विस्तार, कुछ बाहर से न आता, जागृति आत्म विस्तार, कुछ बाहर से न आता,
एक चरण आकाश में लगा। एक चरण से फिर पृथ्वी को नापा। एक चरण आकाश में लगा। एक चरण से फिर पृथ्वी को नापा।
आ बरसो इस बगियन में ,धीर नहीं नैनन में, घन घुमड़ घुमड़ घहराये, दामिनी दमकाये। आ बरसो इस बगियन में ,धीर नहीं नैनन में, घन घुमड़ घुमड़ घहराये, दामिनी दमकाये।
द्वारपाल बने थे जो बलि के स्वयं, पाताल लोक में जाकर उसके साथ। द्वारपाल बने थे जो बलि के स्वयं, पाताल लोक में जाकर उसके साथ।
सुख चैन की वर्षा बरसे, सुन्दर भारत नाम सुहाये। सुख चैन की वर्षा बरसे, सुन्दर भारत नाम सुहाये।
कितने वीरों का असीम बलिदान है, कितने सपनों का अतुल योगदान है, कितने वीरों का असीम बलिदान है, कितने सपनों का अतुल योगदान है,
मधुर राग तू मैं स्वर सरगम, मधुर राग तू मैं स्वर सरगम,
ऑंवले का मुरब्बा ऑंवले का अचार, काम की क्या कमी है मैं अकेली कहॉं हूँ। ऑंवले का मुरब्बा ऑंवले का अचार, काम की क्या कमी है मैं अकेली कहॉं हूँ।