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Shobhit शोभित

Others

5.0  

Shobhit शोभित

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क्रिकेट कीड़ा

क्रिकेट कीड़ा

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क्रिकेट हम भारतीयों के लिए सिर्फ खेल नहीं है। क्रिकेट खिलाड़ियों की फैन लिस्ट तो फ़िल्मी या राजनीतिक सितारों से भी लम्बी है। उनकी केवल प्रशंसा नहीं होती बल्कि उनको हमारे देश में भगवान की तरह पूजा जाता है। क्रिकेट भारत में एक धर्म है और यह पूरे देश को जोड़ता है। सचिन युग से भारतीय टीम का नाम अच्छी टीमों में शुमार होने लगा ही था, हालाँकि वर्ल्ड चैंपियन का ख़िताब बहुत पहले 1983 में ही मिल गया था। पर गांगुली युग से, हमारी टीम को सर्वश्रेष्ठ में शुमार किया जाने लगा है।

यहाँ तक तो सभी जानते हैं पर यह कोई नहीं जानता कि भारत जीतता इस वजह से है क्योंकि मैं भारत के मैच वाले दिन दोनों परियों के प्रथम एक-एक ओवर नहीं देखता हूँ और पूरे मैच के दौरान बैठता नहीं हूँ सिर्फ टहलता रहता हूँ। यह मेरा एक ऐसा राज़ है जिसे अब तक कोई नहीं जानता था और अब मेरे लिए इसको छुपाना मुश्किल होता जा रहा है।

 

बताने का कारण भी यह है कि भारत विश्व कप के फाइनल में जगह नहीं बना पाया और इसका दोष खिलाड़ियों को दिया जा रहा है। पर मुझे इसका कारण पता है और मैं खिलाड़ियों को दोष दिया जाना नहीं झेल पा रहा।

देखिये भारत इंग्लैंड के खिलाफ़ इसलिए हारा क्योंकि उस मैच में भारत की नई जर्सी को लेकर काफी उत्सुकता थी और मैं इसको देखने का लोभ नहीं सम्भाल पाया। मैंने पारी का पहला ओवर देखना मिस नहीं किया और हमारी टीम को इसका परिणाम भुगतना पड़ा।

आगे के मैचों में मैंने पूरा ध्यान रखा कि ऐसा न हो और पारियों के पहले ओवर मिस करता रहा और पूरे पूरे मैच कमरे में चहल कदमी करते हुए देखे।

 

हर भारतीय की तरह, मैं भारत के सेमी फाइनल में पहुँचने को लेकर बहुत खुश था। उस दिन जो बारिश इंग्लैंड में पड़ी वो ही भारत में पड़ी। मैच तो हुआ नहीं तो बारिश के बहुत खुल कर मजे लिए और...और..और अरबों भारतीय प्रशंसको का दिल तोड़ते हुए मैं फिसल कर कुछ यों गिरा कि पैर टूट गया। अगले दिन अस्पताल में बिस्तर पर था और हिलना संभव ही नहीं था। ताबूत में कुछ और कील ठोंकते हुए, कुछ मेरे परिचित जो मुझे देखने आये वो यह भी जानते थे कि मुझे क्रिकेट का कितना शौक है तो उन्होंने मेरे मना करते करते भी मोबाइल पर मैच लगाकर मेरे सामने कर दिया और मेरे रोकते रोकते भी पहली बॉल हो ही गयी।

 आगे क्या हुआ आप सब जानते ही हैं...

 तो आप लोग भारत की टीम को दोष न दीजिए और मुझे बारिश में नाचने के लिए कोसिये।


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