STORYMIRROR

Yogita Mokde

Others

4  

Yogita Mokde

Others

सरस्वती वंदना

सरस्वती वंदना

1 min
287

शरण तुला वाग्देवी माते सरस्वती 

वर्षावी कृपा याचीते अल्पमती।धृ। 


तिमिरातुनी ज्ञानप्रकाश दे 

जळो दंभ मृत्तिकेस आकार दे।

ज्ञान शलाका जाळूनी अंतरी 

ज्ञानार्जनाची बुभूक्षा दे ।।

शरण तुला ......


सुसंस्कृत वाणी मधुर धार दे

संतोषावा जीव मधूसार दे।

ज्ञानसंस्कार देवूनी अंतरी

जीव्हेला जीव्हाळ्याचा आधार दे।।

शरण तुला........


कमलासनी श्वेतधारी आशिष दे

हस्ते स्फाटिकमाला सात्विकता दे।

लोपूनी अहं उदारता अंतरी

चरणी तुझीया स्थान दे।।


Rate this content
Log in