मैं और मयंक आगे बढ़ गए मैं और मयंक आगे बढ़ गए
यूँ तो कहने को आज भी शीला की हर रात सुहागरात होती है। यूँ तो कहने को आज भी शीला की हर रात सुहागरात होती है।
में एक लड़की हूं , मैं एक लड़की हूं, बहुत अधूरे सपने हैं, कुछ सपने दूसरों के तो कुछ में एक लड़की हूं , मैं एक लड़की हूं, बहुत अधूरे सपने हैं, कुछ सपने दूसर...
आखिर मुझे चोट तब लगी जब सूरज मुझे छोड़कर एक दिन अचानक गुम हो गया आखिर मुझे चोट तब लगी जब सूरज मुझे छोड़कर एक दिन अचानक गुम हो गया
"अतीत ,महसूस ही तो होता है... सिर्फ महसूस ही हो सकता है! " "अतीत ,महसूस ही तो होता है... सिर्फ महसूस ही हो सकता है! "