वर्क फ्राॅम होम तो मेरे लिए आफत बन गई है। इससे तो अच्छा था ऑफिस में बैठकर काम करना। वर्क फ्राॅम होम तो मेरे लिए आफत बन गई है। इससे तो अच्छा था ऑफिस में बैठकर काम कर...
लेखिका: इरीना पिववारवा अनुवाद: आ. चारुमति रामदास लेखिका: इरीना पिववारवा अनुवाद: आ. चारुमति रामदास
निशा एक हसीन, कमसीन होने के साथ पढ़ाई में भी अव्वल थी! निशा एक हसीन, कमसीन होने के साथ पढ़ाई में भी अव्वल थी!
मीना! अथर्व के साथ मैं भी अरसे बाद वहीं जा खडा हुआ हूँ,जहाँ जिन्दगी गुमा आया था। मीना! अथर्व के साथ मैं भी अरसे बाद वहीं जा खडा हुआ हूँ,जहाँ जिन्दगी गुमा आया था।
पापा, आप ही तो कहते है कि मैं एक दिन आपसे भी बड़ा बिजनेसमैन बनूंगा। पापा, आप ही तो कहते है कि मैं एक दिन आपसे भी बड़ा बिजनेसमैन बनूंगा।
ओल्ड एज होम गए थे, दादी भी थीं वहाँ बहुत प्यार किया मुझे, बहुत रो भी रहीं थी दादी ओल्ड एज होम गए थे, दादी भी थीं वहाँ बहुत प्यार किया मुझे, बहुत रो भी रहीं थी दाद...