कितने लोगों की ज़मीन हड़पी कितने लोगों की ज़मीन हड़पी
हमने अपनी ज़िंदगी अपने हिसाब से जी अब बच्चों की बारी है उन्हें खुले आकाश में विचरण करने हमने अपनी ज़िंदगी अपने हिसाब से जी अब बच्चों की बारी है उन्हें खुले आकाश में विचर...
डाल पर सुन्न होकर बैठे पक्षी जैसे किसी अनहोनी होने की शंका का संकेत दे रहे थे। डाल पर सुन्न होकर बैठे पक्षी जैसे किसी अनहोनी होने की शंका का संकेत दे रहे थे।
तुम्हारे न आने पर पूरा स्कूल ही, सूना लगता था तुम्हारे न आने पर पूरा स्कूल ही, सूना लगता था