आखिरकार सत्ता परिवर्तन का दिन आया। लोकतंत्र के इस नए दौर में लोगों के हाथ अपनी मर्ज़ी के राजा को चुन... आखिरकार सत्ता परिवर्तन का दिन आया। लोकतंत्र के इस नए दौर में लोगों के हाथ अपनी म...
अरे, मैं आपकी धरमपत्नी, आपके सुख-दुःख सब की भागीदार हूँ न। बेटवा, प्रकाश जे.एस.एस. पार्टी से खड़ा है... अरे, मैं आपकी धरमपत्नी, आपके सुख-दुःख सब की भागीदार हूँ न। बेटवा, प्रकाश जे.एस.ए...
कुछ सोच मेरी ऐसी है, ऐ देश ! ये तेरी आँखों में आज नमी कैसी है ? कुछ सोच मेरी ऐसी है, ऐ देश ! ये तेरी आँखों में आज नमी कैसी है ?
लेखक : राजगुरू द. आगरकर अनुवाद : आ. चारुमति रामदास लेखक : राजगुरू द. आगरकर अनुवाद : आ. चारुमति रामदास
तर्क नहीं है जिन बातों पर उन पर बोलो जय श्री राम। तर्क नहीं है जिन बातों पर उन पर बोलो जय श्री राम।
ब्रेकिंग न्यूज़ ब्रेकिंग न्यूज़