मैंने शहर आकर अपने गहने बेचकर एक छोटा सा घर खरीदा और बुधिया (शिल्पी) का सहारा बनी और वह मेरे अकेलेपन... मैंने शहर आकर अपने गहने बेचकर एक छोटा सा घर खरीदा और बुधिया (शिल्पी) का सहारा बन...
उसकी आँखों का वो विश्वास मुझे माफ़ नहीं करता किसी मुँह से और किसी से माफ़ी मांगू। उसकी आँखों का वो विश्वास मुझे माफ़ नहीं करता किसी मुँह से और किसी से माफ़ी मांगू।
बस मन में एक इच्छा है कि कभी जिंदगी में वे दौबारा मिल जाएँ वो भी पुलिस की वर्दी में। बस मन में एक इच्छा है कि कभी जिंदगी में वे दौबारा मिल जाएँ वो भी पुलिस की वर्दी ...
घड़ी वो कोई भी पहनता हो, वक़्त अब बदल चुका है। घड़ी वो कोई भी पहनता हो, वक़्त अब बदल चुका है।
मछली बेशक़ पेड़ पर न चढ़ पाये पर एक दिन वो पूरा समंदर नाप देगी।l मछली बेशक़ पेड़ पर न चढ़ पाये पर एक दिन वो पूरा समंदर नाप देगी।l
अगर वह पास हो गई तो ग्रेजुएट करवा देंगी फिर उसकी शादी करवाएंगी अगर वह पास हो गई तो ग्रेजुएट करवा देंगी फिर उसकी शादी करवाएंगी