आज भी न्याय माँगती चीख़ती सुनाई पड़ती है जिससे सोहनी उबर नहीं पाती। आज भी न्याय माँगती चीख़ती सुनाई पड़ती है जिससे सोहनी उबर नहीं पाती।
जबकि वो कुआँ ही तो था जो उस रात के राज़ को अपने में दफ़न किये हुए था। रमिशा और तहुर में से कोई भी उस... जबकि वो कुआँ ही तो था जो उस रात के राज़ को अपने में दफ़न किये हुए था। रमिशा और त...
क्योंकि उस भटकती हुई आत्मा को मुक्ति मिल गई थी। क्योंकि उस भटकती हुई आत्मा को मुक्ति मिल गई थी।
बहनों ने उसे बच्चपन्ने के कई राज साझा करने को कहा था! बहनों ने उसे बच्चपन्ने के कई राज साझा करने को कहा था!