थोड़ा सा रास्ता भटके और फिर होटल के सामने रिक्शा रुका थोड़ा सा रास्ता भटके और फिर होटल के सामने रिक्शा रुका
घर के बाहर छोटा सा बगीचा अब वहां सिर्फ तुम्हारे माँ बाप और तुम्हारे बचपन की यादें है घर के बाहर छोटा सा बगीचा अब वहां सिर्फ तुम्हारे माँ बाप और तुम्हारे बचपन की यादे...
सत्यकाम रात्रि के गहरे अंधियारे में चल पड़ा भोजन लेकर माया से मिलने सत्यकाम रात्रि के गहरे अंधियारे में चल पड़ा भोजन लेकर माया से मिलने